Skip to main content

ब्रह्ममुहूर्त उपदेश

एक साधारण मनुष्य अक्सर मृत्यु पर बात करने से डरता भी है और बचता भी है, जबकि मृत्यु एक निश्चित धटना है, जिसे स्वीकार किए बिना तो निष्काम कर्म शुरु ही नहीं होते, जो आध्यत्मिक यात्रा की शुरुआत हैं, तब ऐसी स्थिति में भगवान की भक्ति होना तो बहुत ही दूर की बात है.....सुधीर भाटिया फकीर

Comments

Popular posts from this blog

"भोजन/TI+FF+IN《《《《《 मनु" + "ष्य ????? भजन/शास्त्र" -[कक्षा-2591]-सुधीर भाटिया फकीर-20-09-2024

 

वि+वाह =कारण-शरीर/सँस्कार+सूक्ष्म-शरीर/मन, स्थूल-शरीर/भोग?●तलाक●[कक्षा-2595]सुधीर भाटिया फकीर22-9-24

 

आपके जीवन का गणित:- शुद्ध कमाई ?? ऋण/तमो, शून्य/रजो, बचत/सतो-[कक्षा-2657]-सुधीर भाटिया फकीर-23-10-24