शास्त्रों का यथार्थ ज्ञान समझें बिना अक्सर एक साधारण मनुष्य अपने जीवन में बार-बार गल्तियां करता रहता है, तब ऐसी स्थिति विशेष में मनुष्य अज्ञानतावश कुतर्क रुपी पाप भी कर जाता है। इसलिए हम सभी मनुष्यों को सत्संग करते हुए सदा ज्ञानमय स्थिति में ही रहना चाहिए.....सुधीर भाटिया फकीर
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