हम सभी मनुष्यों को अपने जीवन को रजोगुण की 5 विषय-भोगों की गलियों में यूँ ही खुला नहीं छोड़ना चाहिए, इसे सतोगुण की लगाम से यानी ब्रेक से सदा नियंत्रण में रखना होगा, अन्यथा कुसंग रूपी हवा का झोंका कब मनुष्य के जीवन को नकारात्मक दिशा में मोड़ दे, मनुष्य को स्वयं भी पता नहीं चलता.....सुधीर भाटिया फकीर
👌👌
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