Skip to main content

ब्रह्ममुहूर्त उपदेश

प्रकृति के 5 विषय-भोगों को अमर्यादित ढंग से रसपूर्वक भोगने से मन के 5 विकार }}}}} काम, क्रोध, लोभ, मोह और अहंकार राक्षस बन कर मनुष्यों से कितने पाप-कर्म करवाते रहते हैं, सत्सँग के अभाव में मनुष्य को इसका बोध भी नहीं होता.....सुधीर भाटिया फकीर

Comments

Popular posts from this blog

"भोजन/TI+FF+IN《《《《《 मनु" + "ष्य ????? भजन/शास्त्र" -[कक्षा-2591]-सुधीर भाटिया फकीर-20-09-2024

 

वि+वाह =कारण-शरीर/सँस्कार+सूक्ष्म-शरीर/मन, स्थूल-शरीर/भोग?●तलाक●[कक्षा-2595]सुधीर भाटिया फकीर22-9-24

 

आपके जीवन का गणित:- शुद्ध कमाई ?? ऋण/तमो, शून्य/रजो, बचत/सतो-[कक्षा-2657]-सुधीर भाटिया फकीर-23-10-24