"ब्रह्ममुहूर्त-उपदेश" June 16, 2022 5 विषय-भोगों गन्ध, रस, रुप, स्पर्श व शब्द आदि में निरन्तर चिन्तन बने रहने से यह कारण-शरीर में जाकर वासना बन जाती है, जो परमात्मा से हमारा योग होने नहीं देती अर्थात् परमात्मा से हमारी शुद्ध-भक्ति आरंभ ही नहीं हो पाती। Share Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Share Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Comments
"भोजन/TI+FF+IN《《《《《 मनु" + "ष्य ????? भजन/शास्त्र" -[कक्षा-2591]-सुधीर भाटिया फकीर-20-09-2024 September 20, 2024 Read more
वि+वाह =कारण-शरीर/सँस्कार+सूक्ष्म-शरीर/मन, स्थूल-शरीर/भोग?●तलाक●[कक्षा-2595]सुधीर भाटिया फकीर22-9-24 September 22, 2024 Read more
आपके जीवन का गणित:- शुद्ध कमाई ?? ऋण/तमो, शून्य/रजो, बचत/सतो-[कक्षा-2657]-सुधीर भाटिया फकीर-23-10-24 October 23, 2024 Read more
Comments
Post a Comment