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"सन्ध्या-बेला सन्देश"

जीवन में ऐसा एहसास जगाये रखो कि हर क्षण हम सभी मनुष्यों की मृत्यु निरन्तर नजदीक आती जा रही है यानी निष्काम-कर्म करने का समय निरंतर सिकुड़ता जा रहा है और दूसरी ओर आध्यात्मिक उन्नति करने का अवसर फिसलता जा रहा है, इसपर चिन्तन सदा बनाये रखें।
सुधीर भाटिया फकीर
www.sudhirbhatiafakir.com

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