मनुष्यों के तीन शरीरों में सबसे अधिक महत्व कारण शरीर/संस्कार/स्वभाव को ही देना चाहिए, जबकि अक्सर युवावस्था में होने वाले विवाह स्थूल शरीर को देख कर ही होते हैं, मन के विचार व स्वभाव हम समझ नहीं पाते, तभी इनके परिणाम आज कोर्ट-कचहरी में देखे जा रहे हैं।
सुधीर भाटिया फकीर
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