Skip to main content

"संध्या-बेला सन्देश"

हम मनुष्यों द्वारा किया गया छोटे से छोटा पाप-कर्म भी परमात्मा से हमें दूर करता जाता है। इसी सूत्र को आधार मानकर हम सभी मनुष्य अपनी-अपनी स्थितियों का सही-सही आंकलन कर सकते हैं।

Comments

Popular posts from this blog

"भोजन/TI+FF+IN《《《《《 मनु" + "ष्य ????? भजन/शास्त्र" -[कक्षा-2591]-सुधीर भाटिया फकीर-20-09-2024

 

वि+वाह =कारण-शरीर/सँस्कार+सूक्ष्म-शरीर/मन, स्थूल-शरीर/भोग?●तलाक●[कक्षा-2595]सुधीर भाटिया फकीर22-9-24

 

आपके जीवन का गणित:- शुद्ध कमाई ?? ऋण/तमो, शून्य/रजो, बचत/सतो-[कक्षा-2657]-सुधीर भाटिया फकीर-23-10-24