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"संध्या-बेला सन्देश"

भौतिक उन्नति करने में या आध्यात्मिक उन्नति करने में, दोनों ही स्थितियों में हमारी आयु धटती जाती है। भौतिक उन्नति तो मरने के साथ ही समाप्त हो जाती है, जबकि आध्यात्मिक उन्नति मरने के बाद भी सुरक्षित बनी रहती है। अब फैसला आपके हाथ में है।

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