"ब्रह्ममुहूर्त-उपदेश" July 06, 2022 सभी मनुष्यों को निषेध/पाप-कर्मों से अवश्य ही बचना चाहिए। सभी प्रकार के कर्मों-विकर्मों पर प्रकृति की पैनी नजर हर क्षण बनी रहती है। सुख रुपी फलों का त्याग/दान सम्भव है, लेकिन दुख रुपी फलों को स्वयं ही भोगना पड़ता है। Share Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Share Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Comments
"भोजन/TI+FF+IN《《《《《 मनु" + "ष्य ????? भजन/शास्त्र" -[कक्षा-2591]-सुधीर भाटिया फकीर-20-09-2024 September 20, 2024 Read more
वि+वाह =कारण-शरीर/सँस्कार+सूक्ष्म-शरीर/मन, स्थूल-शरीर/भोग?●तलाक●[कक्षा-2595]सुधीर भाटिया फकीर22-9-24 September 22, 2024 Read more
आपके जीवन का गणित:- शुद्ध कमाई ?? ऋण/तमो, शून्य/रजो, बचत/सतो-[कक्षा-2657]-सुधीर भाटिया फकीर-23-10-24 October 23, 2024 Read more
Comments
Post a Comment