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"ब्रह्ममुहूर्त-ज्ञान सन्देश"

तमोगुण/अज्ञानता के समाप्त होते ही सतोगुण/ज्ञान का प्रकाश आता है, जबकि जब-जब रजोगुण आता है, तो मनुष्य रजोगुण के प्रभाव में/आकर्षणों में फंस कर भोगों को भोगने में फिर अचेत/अज्ञानता में आ जाते हैं। इसलिए रजोगुण से उदासीन रहें।

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