"ब्रह्ममुहूर्त-ज्ञान सन्देश" September 17, 2022 कर्मफल-सिद्धांत के अनुसार कोई भी मनुष्य स्वयं द्वारा "ही" किये गये पाप-पुण्य कर्मों का फल भोगता है, जिसमें सुख रुपी फलों का त्याग तो किया जा सकता है, लेकिन दुख रुपी फलों को स्वयं ही खाना/भोगना पड़ता है। Share Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Share Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Comments
"भोजन/TI+FF+IN《《《《《 मनु" + "ष्य ????? भजन/शास्त्र" -[कक्षा-2591]-सुधीर भाटिया फकीर-20-09-2024 September 20, 2024 Read more
वि+वाह =कारण-शरीर/सँस्कार+सूक्ष्म-शरीर/मन, स्थूल-शरीर/भोग?●तलाक●[कक्षा-2595]सुधीर भाटिया फकीर22-9-24 September 22, 2024 Read more
आपके जीवन का गणित:- शुद्ध कमाई ?? ऋण/तमो, शून्य/रजो, बचत/सतो-[कक्षा-2657]-सुधीर भाटिया फकीर-23-10-24 October 23, 2024 Read more
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