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"ब्रह्ममुहूर्त-ज्ञान सन्देश"

हम सभी मनुष्यों को अपने जीवन में कर्मो के आधार पर ही प्रकृति से सुख-दुख रुपी फल मिलते हैं। इसलिए हम सभी मनुष्यों को कर्म करने से पूर्व कर्म की बारीकियों को भली-भांति समझ लेना चाहिए, ताकि दुख रूपी फलों से तो अवश्य ही बचा जा सके।

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