हम सभी भाई-बहन अनादिकाल से आज तक के सभी आध्यात्मिक गुरुओं/महापुरुषों को सादर प्रणाम करते हैं, जिन्होंने हम मनुष्यों को भगवान, प्रकृति व आत्मा का यथार्थ ज्ञान-विज्ञान समझा कर हमारी अज्ञानता को समाप्त करते हुए भगवान की ओर चलने का उपदेश दिया।
आपका शिष्य
सुधीर भाटिया फकीर
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