सर्वप्रथम आप सभी भाई-बहनों को "दशहरा पर्व की बहुत-बहुत शुभकामनायें"। अक्सर एक साघारण मनुष्य तन के स्तर पर ही हर साल त्यौहारों को मनाता हुआ इन सभी स्थितियों को मौज-मस्ती से जोड़कर ही देखता है। आज का त्यौहार भी बुराई/तमोगुण पर अच्छाई/सतोगुण की जीत से ही लिया जाता है। इसलिए हम सभी मनुष्यों को अपने मन में ज्ञान का दीपक जलाना ही होगा, अन्यथा 5 राक्षस रूपी विकार [ काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार ] हमारे जीवन को बार-बार बुराईयों/तमोगुण में गिराते ही रहते हैं। इसीलिए हम सभी मनुष्यों को अपने जीवन में निरन्तर श्रद्धापूर्वक सत्संग करते हुए अपने मन-बुद्धि को सात्विक बनाना चाहिए, ताकि हम सभी मनुष्यों की ज्ञानमय स्थिति बने। इस दिशा की ओर चलने के लिए आप सभी भाई-बहनों का "आध्यात्मिक ज्ञानात्मक चैनल 1923+ वीडियो 》" SudhirBhatiaFAKIR " में व आपके वीडियो सम्बन्धित प्रश्नों का "प्रश्नोत्तर ज्ञान-कक्षा" में सदा ही स्वागत है। धन्यवाद! आपका आध्यात्मिक मित्र सुधीर भाटिया फकीर www.sudhirbhatiafakir.com