आदरणीय मित्रगण,
आप सभी भाई-बहनों को "जन्माष्टमी-महोत्सव" की बहुत-बहुत हार्दिक "ज्ञानात्मक" शुभकामनायें।
जीवन में इन सभी सात्विक स्थितियों से जुड़ते हुए अपने स्थूल-शरीर को मर्यादित व सूक्ष्म व कारण-शरीर को क्रमश शुद्ध करते हुए अपनी आध्यात्मिक उन्नति के दरवाजे खोलें, ताकि हम सभी मनुष्य आध्यात्मिक, मानसिक, शारीरिक व आर्थिक रूप से सुन्दर व स्वस्थ बनें और अपने जीवन के कर्तव्य-कर्मों को प्रसन्नतापूर्वक व ईमानदारी से निभाते हुए अपने परिवार } शहर } देश } सँसार में प्रेम सौहार्दपूर्ण का वातावरण में अपना सहयोग दें।
आपका आध्यात्मिक मित्र
सुधीर भाटिया फकीर
www.youtube.com/c/SudhirBhatiaFAKIR
www.sudhirbhatiafakir.com
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