आप सभी भाई-बहनों को " राम-नवमी पर्व " की बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ। प्रभु श्रीराम जी को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा गया है यानी जीवन को अनुशासित, मर्यादित, कर्त्तव्य निष्ठ जीने में ही जीत है। सभी पर्वों को मनाने के पीछे हमारा एक ही उद्देश्य होता है कि एक सामान्य मनुष्य के जीवन में सतोगुण बढ़े, ताकि हमारे जीवन में सात्विकता बढ़े, जीवन व्यवस्थित व अनुशासित रहे, तभी समाज में रहने वाले सभी मनुष्यों के बीच में प्रेम, भाई-चारा व सौहार्द का वातावरण बनता है, जिसके फलस्वरूप हमारी परमात्मा में भी प्रीती बढ़ती है और मिला हुआ जीवन सार्थक हो पाता है। इस दिशा में आप सभी भाई-बहनों का "आध्यात्मिक ज्ञानात्मक चैनल +830 वीडियो" www.youtube.com/c/sudhirbhatiaFAKIR व "ज्ञान-सागर" www.sudhirbhatiafakir.com में बहुत-बहुत स्वागत है। आपका आध्यात्मिक मित्र सुधीर भाटिया फकीर